बादल राग पाठ के प्रश्न उत्तर | Badal Raag Class 12 Question Answer

NCERT Solutions:- Badal Raag Class 12th Chapter 6 Of Hindi Aroh Part IInd Book Has Been Written For Hindi Core Course. Here We Are Providing Question Answer, Shabdarth with Pdf. Our Aim To Help All Students For Getting More Marks In Exams.

पुस्तक:आरोह भाग दो
कक्षा:12
पाठ:6
शीर्षक:बादल राग
लेखक:फिराक गोरखपुरी

NCERT Solution For Class 12 Hindi Aroh Chapter 6 Badal Raag

कविता के साथ

प्रश्न 1: अस्थिर सुख पर दुख की छाया पंक्ति में दुख की छाया किसे कहा गया है और क्यों?

उत्तर- निराला जी की बादल राग कविता मार्क्सवाद पर आधारित है। जिसमें बताया गया है कि शोषित वर्ग (गरीब वर्ग)के जीवन में सुख का समय नहीं आता है अगर आता भी है तो वह बहुत कम समय के लिए आता है। उसको भी शोषक वर्ग साथ ही साथ छीन है। इसलिए कवि ने शोषित वर्ग के शोषण को दुःख की छाया माना है क्योंकि शोषितों के जीवन में दुख का भय इस प्रकार ही छाया रहता है।

प्रश्न 2: अशनि-पात से शापित उन्नत शत-शत वीर पंक्ति में किसकी ओर संकेत किया गया है?

उत्तर- इस पंक्ति में उन दलित जन क्रांतिकारियों की तरफ संकेत किया है जो शोषको (पूंजीपत्तियों) के वज्रपात (शोषण) से घायल है और क्रान्ति का आह्वान गम्भीर व दृढ़ सैकड़ों वीरों के समान उठकर एकदम कर रहे हैं। ये क्रान्ति दूत अत्यधिक शोषित होने के बाद अपने आप को ऊँचा उठाना चाहते हैं।

प्रश्न 3: विप्लव रव से छोटे ही हैं शोभा पाते पंक्ति में विप्लव-रव से क्या तात्पर्य है? छोटे ही हैं शोभा पाते ऐसा क्यों कहा गया है?

उत्तर- कवि ने सामाजिक विषमता पर प्रहार करते हुए क्रान्ति की आवश्यकता को इस कविता में रेखांकित किया है। इसलिए, ‘विप्लव-रव’ का यहाँ तात्पर्य ‘क्रान्ति’ से है। समाज में क्रान्ति लाने का कार्य निम्न व दलित जन ही करता है क्योंकि क्रान्ति के द्वारा ही उन्हें अपना अधिकार व समाज में समान स्थान मिल सकता है। इसलिए छोटे व गरीब लोग ही क्रान्ति के द्वारा खुशी (शोभा) प्राप्त करते हैं।

प्रश्न 4: बादलों के आगमन से प्रकृति में होने वाले किन-किन परिवर्तनों को कविता रेखांकित करती है?

उत्तर- बादलों के आगमन पृथ्वी के हृदय से अंकुर फूट पड़ते हैं। बादलों का बार बार गर्जन करना व मूसलाधार वर्षा करना प्रकृति के भयंकर रूप को दर्शाता है। कवि ने दलित जन के दुख को व्यक्त करने के लिए प्रकृति के संवेदनात्मक रूप में प्रकृति चित्रण किया है। उसके दुख के साथ दुखी तथा सुख व हँसने के साथ हरियाली का दृश्य प्रकृति द्वारा दर्शाया गया है। छोटे पौधों का खिलकर हँसना, सुन्दरता, शोभा पाना, कीचड़ व ठहरे जल में ही कमल का उगना सब प्रकृति के रूप को दर्शाते हैं। इस प्रकार सारी कविता में प्रकृति की विभिन्न संवेदनाओं द्वारा इसका मानवीकरण रूप स्पष्ट हुआ है।

व्याख्या कीजिए

1: तिरती है समीर-सागर पर
अस्थिर सुख पर दुख की छाया
जग के दग्ध हृदय पर
निर्दय विप्लव की प्लावित माया।
सदा पंक पर ही होता जल-विप्लव प्लावन

2: अट्टालिका नहीं है रे
आतंक भवन
सदा पंक पर ही होता
जल विप्लव प्लावन
उत्तर- पाठ से देखें

कला की बात

1: पूरी कविता में प्रकृति का मानवीकरण किया गया है। आपको प्रकृति का कौन-सा मानवीय रूप पसंद आया और क्यों?

उत्तर- छात्र स्वयं करें।

2: कविता में रूपक अलंकार का प्रयोग कहाँ कहाँ हुआ है? संबंधित वाक्यांश को छाँटकर लिखिए।

उत्तर- (क) समीर-सागर पर

3: इस कविता में बादल के लिए ऐ विप्लव के वीर!, ऐ जीवन के पारावार! जैसे संबोधनों का इस्तेमाल किया गया है। बादल राग कविता के शेष पाँच खंडों में भी कई संबोधनों का इस्तेमाल किया गया है। जैसे- अरे वर्ष के हर्ष, मेरे पागल बादल!, ऐ निर्बंध!, ऐ स्वच्छंद!, ऐ उद्दाम!, ऐ सम्राट!, ऐ विप्लव के प्लावन!, ऐ अनंत के चंचल शिशु सुकुमार! उपर्युक्त संबोधनों की व्याख्या करें तथा बताएँ कि बादल के लिए इन संबोधनों का क्या औचित्य है? उत्तर- छात्र स्वयं करें। 4: कवि बादलों को किस रूप में देखता है? कालिदास ने मेघवूत काव्य में मेघों को दूत के रूप में देखा। आप अपना कोई काल्पनिक बिंब दीजिए।

उत्तर- छात्र स्वयं करें।

CBSE Board Badal Raag Class 12 Question Answers

5: कविता को प्रभावी बनाने के लिए कवि विशेषणों का सायास प्रयोग करता है जैसे- अस्थिर सुख सुख के साथ अस्थिर विशेषण के प्रयोग ने सुख के अर्थ में विशेष प्रभाव पैदा कर दिया है। ऐसे अन्य विशेषणों को कविता से छाँटकर लिखें तथा बताएँ कि ऐसे शब्द-पदों के प्रयोग से कविता के अर्थ में क्या विशेष प्रभाव पैदा हुआ है?

उत्तर- छात्र स्वयं करें।

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